Saturday, 26 May 2012

559_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

व्यक्ति जब प्रेम से सराबोर होकर 'हे भगवान ! हे खुदा ! हे प्रभु ! हे मालिक ! हे ईश्वर ! कहते हुए अहोभाव से 'हरि बोल' कहते हुए हाथों को आकाश की ओर उठाता है तो जीवनशक्ति बढ़ती है। डॉ. डायमण्ड इसको 'थायमस जेस्चर' कहते हैं। मानसिक तनाव, खिंचाव, दुःख-शोक, टेन्शन के समय यह क्रिया करने से और 'हृदय में दिव्य प्रेम की धारा बह रही है' ऐसी भावना करने से जीवन-शक्ति की सुरक्षा होती है। 
 Pujya Asharam Ji Bapu

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