511_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU
गम्भीर-से-गम्भीर
कठिनाइयों
में भी अपना
मानसिक सन्तुलन
बनाये रखो। क्षुद्र
अबोध जीव
तुम्हारे
विरूद्ध क्या
कहते हैं इसकी
तनिक भी परवाह
मत करो। जब
तुम संसार के
प्रलोभनों और
धमकियों से
नहीं हिलते
तो तुम संसार
को अवश्य हिला
दोगे।
इसमें जो
सन्देह करता
है, वह मंदमति
है, मूर्ख है।
Pujya Asharam Ji Bapu
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