549_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU
किसी
भी विकार को
कम मत समझो।
विकारों से सदैव
सौ कौस दूर
रहो। भ्रमर
में कितनी
शक्ति होती है
कि वह लकड़ी
को भी छेद
देता है,
परंतु बेचारा
फूल की सुगंध
पर मोहित
होकर, पराधीन
होकर अपने को
नष्ट कर देता
है..
Pujya Asharam Ji Bapu
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