488_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU
डरपोक होकर जिये तो क्या जिये ? मूर्ख होकर जिये तो क्या जिये ? भोगी होकर जिये तो क्या खाक जिये ? योगी होकर जियो । ब्रह्मवेत्ता होकर जियो । ईश्वर के साथ खेलते हुए जियो ।
Pujya Asharam Ji Bapu
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.