अगर
जान-माल को
हानि पहुँचने
का भय या
आशंका है तो
डरने की कोई
जरूरत नहीं
है। नृसिंह
मंत्र का जप
करें। इस
मंत्र की रोज
एक माला कर
लें। नृसिंह
मंत्र इस
प्रकार हैः
ॐ
उग्र वीरं महा
विष्णुं
ज्वलन्तं
सर्वतोमुखम्।
नृसिंह
भीषणं भद्रं
मृत्यु
मृत्युं
नमाम्यहम्।।
तुम्हारे
आगे इतनी बड़ी
मुसीबत नहीं
है जितनी
प्रहलाद के
आगे थी।
प्रह्लाद
इकलौता बेटा था
हिरण्यकशिपु
का।
हिरण्यकशिपु
और उसके सारे
सैनिक एक तरफ
और प्रह्लाद
एक तरफ। किंतु
भगवन्नाम जप
के प्रभाव से
प्रह्लाद
विजयी हुआ,
होलिका जल गयी
– यह इतिहास
सभी जानते
हैं।
भगवान
के नाम में,
मंत्र में
अदभुत
समर्थ्य होता
है किंतु उसका
लाभ तभी मिल
पाता है जब
उसका जप
श्रद्धा-विश्वासपूर्वक
किया जाय..... Pujya Asharam Ji Bapu
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