555_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU
शरीर के कण बदल गये, मन का चिन्तन बदल गया, बुद्धि की बेवकूफी बदल गई, शरीर का छोटापन बदल गया। फिर भी कोई एक है जो नहीं बदला।जो नहीं बदला वही तो जानता है सारी बदलाहट को। ऐसा जो जानता है वही है आत्मा।
Pujya Asharam Ji Bapu
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