तुम जब सत्य
के रास्ते पर
चल पड़े हो तो
व्यावहारिक
कार्यों की
चिन्ता मत करो
कि वे पूरे होते
हैं कि नहीं।
समझो, कुछ
कार्य पूरे न
भी हुए तो एक दिन
तो सब छोड़कर
ही जाना है।
यह अधूरा तो
अधूरा है ही,
लेकिन जिसे
संसारी लोग
पूरा समझते
हैं, वह भी अधूरा
ही है। पूर्ण
तो एक
परमात्मा है।
उसे जाने बिना
सब जान लिया
तो भी व्यर्थ
है।
Pujya Asharam Ji Bapu
Pujya Asharam Ji Bapu
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