351_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU
दृश्य में दृष्टा का भान एवं दृष्टा में दृश्य का भान हो रहा है ।
इस गड़बड़ का नाम ही अविवेक या अज्ञान है । दृष्टा को
दृष्टा तथा दृश्य को दृश्य समझना ही विवेक या ज्ञान है । Pujya Asharam Ji Bapu
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