Saturday, 14 April 2012

356_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

ईच्छा ही दुखों की जन्मदात्री,
इस संसाररूपी बेल का बीज है ।
यदि इस बीज को
आत्मज्ञानरू पी अग्नि से
ठीक-ठीक जला दिया तो पुनः
यह अंकुरित नहीं होता...

Pujya Asharam Ji Bapu

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