Saturday, 21 April 2012

392_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

जिसकी पक्की निष्ठा है कि ङ्कमैं आत्मा हूँ...ङ्क
उसके लिये ऐसी कौन सी ग्रंथि है जो खुल
न सके? ऐसी कोई ताकत नहीं जो उसके
विरुद्ध जा सके ।

Pujya Asharam Ji Bapu

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...