228_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU
समस्त संसार आपकी रचना है। महापुरुषों का अनुभव इस बात को पुष्ट करता है, फिर भी तुम घबराते हो ! अपनी ही कृति से भयभीत होते हो ! सब प्रकार के भय को परे हटा दो। किसी भी भय-शोक-चिन्ता को पास मत फटकने दो । तुम संसार के शहंशाह हो। तुम परमेश्वर आप हो। अपने ईश्वरत्व का अनुभव करो।
Pujya asharam ji bapu
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