134_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU
दृश्य में दृष्टा का भान एवं दृष्टा में दृश्य का भान हो रहा है | इस गड़बड़ का नाम ही अविवेक या अज्ञान है | दृष्टा को दृष्टा तथा दृश्य को दृश्य समझना ही विवेक या ज्ञान है |
Pujya asharam ji bapu
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