Sunday, 9 December 2012

958_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU


पुरुषार्थ क्या है? उससे क्या पाना है?

ज्ञानवान जो संत हैं और सत्शास्त्र में  जो ब्रह्मविद्या है उसके अनुसार प्रयत्न करने का नाम पुरुषार्थ है और पुरुषार्थ से पाने योग्य आत्मज्ञान है जिससे जीव संसार समुद्र से पार होता है।
 -Pujya Asharam Ji Bapu

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