शमा
जलती है परवानों
को आमंत्रण
नहीं देती।
परवाने अपने आप
आ जाते हैं।
ऐसे ही
तुम्हारा
जीवन अगर परहित
के लिए खर्च
होता है तो
तुम्हारे
शरीर रूपी साधन
के लिए
आवश्यकताएँ,
सुविधाएँ
अपने आप आ जाती
हैं। लोग नहीं
देंगे तो
लोकेश्वर
उनको प्रेरित
करके
तुम्हारी
आवश्यकताएँ
हाजिर कर देंगे।
जिसने
बाँटा उसने
पाया। जिसने
सँभाला उसने गँवाया।-Pujya Asharam Ji Bapu
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