829_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU
सब काम करने से नहीं होते। कुछ काम ऐसे भी हैं जो न करने से होते हैं, ध्यान ऐसा ही एक कार्य है। ध्यान का मतलब क्या ? ध्यान है डूबना । ध्यान है आत्मनिरीक्षण करना… ‘हम कैसे हैं, यह देखना । सत्संग भी उसीको फलता है जो ध्यान करता है ।
-Pujya asharam ji bapu
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