Saturday, 13 October 2012

829_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

सब काम करने से नहीं होते। कुछ काम ऐसे भी हैं जो करने से होते हैं, ध्यान ऐसा ही एक कार्य है। ध्यान का मतलब क्या ? ध्यान है डूबना ध्यान है आत्मनिरीक्षण करना… ‘हम कैसे हैं, यह देखना सत्संग भी उसीको फलता है जो ध्यान करता है
 -Pujya asharam ji bapu

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