Sunday, 7 October 2012

817_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

आप कर्म करने में सावधान रहो। ऐसे कर्म न करो जो आपको बाँधकर नरकों में ले जायें। किंतु अभी जो पूर्वकर्मों का फल मिल रहा है, उसमें आप प्रसन्न रहो। चाहे मीठे फल मिलें, चाहे खट्टे या कड़वे मिलें, प्रसन्नता से उन्हें बीतने दो।
 -Pujya asharam ji bapu

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