रास्ते चलते जब किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति को देखो, चाहे वह इंग्लैंड़ का सर्वाधीश हो, चाहे अमेरिका का ‘प्रेसिड़ेंट’ हो, रूस का सर्वेसर्वा हो, चाहे चीन का ‘ड़िक्टेटर’ हो- तब अपने मन में किसी प्रकार की ईर्ष्या या भय के विचार मत आने दो | उनकी शाही नज़र को अपनी ही नज़र समझकर मज़ा लूटो कि ‘मैं ही वह हूँ |’ जब आप ऐसा अनुभव करने की चेष्टा करेंगे तब आपका अनुभव ही सिद्ध कर देगा कि सब एक ही है |
Pujya asaram ji bapu :-
Pujya asaram ji bapu :-
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