जोगी मत जा पाँव पड़ूँ मैं तोरी
--------------------
मत जा मत जा मत जा जोगी
पाँव पड़ूँ मैं तोरी
प्रेम भक्ति को पंथ ही न्यारो
हम को ज्ञान बता जा
चंदन की मैं चिता रचाऊँ
अपने हाथ जला जा
मत जा मत जा मत जा जोगी ...
जल जल भई भस्म की ढेरी
अपने अंग लगा जा जोगी
मीरा के प्रभू गिरिधर नागर
ज्योत में ज्योत मिला जा जोगी
मत जा मत जा मत जा जोगी ...
Wednesday, 28 November 2012
939_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.