जिसकी
श्रद्धा नष्ट
हुई,
समझो उसका
सब कुछ नष्ट
हो गया। इसलिए
ऐसे व्यक्तियों
से बचें, ऐसे
वातावरण से बचें जहाँ
हमारी श्र्द्धा
और संयम घटने
लगे। जहाँ
अपने धर्म के
प्रति, महापुरुषों
के प्रति
हमारी
श्रद्धा डगमगाये
ऐसे वातावरण
और परिस्थितियों
से अपने को
बचाओ।
-Pujya Asharam Ji Bapu
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