Saturday, 10 November 2012

907_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

'श्री गुरु गीता' में भगवान शंकर भी भगवती पार्वती से कहते हैं –
यस्य स्मरणमात्रेण ज्ञानमुत्पद्यते स्वयम्
सः एव सर्वसम्पत्तिः तस्मात्संपूजयेद् गुरुम् ।।

जिनके स्मरण मात्र से ज्ञान अपने आप प्रकट होने लगता है और वे ही सर्व (शमदमादि) सम्पदा रूप हैं, अतः श्री गुरुदेव की पूजा करनी चाहिए।

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