1492_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU
अपने गुरुत्वाकर्षण का केन्द्र तुम आप बनो । स्वाश्रयी बनो । अपने भीतर के आधार और अधिष्ठान को पा लो । दूसरों के मत और आलोचना की परवाह मत करो । असत्य, निंदा, चुगलखोरी और कठोरता इन वाणी के पापों से बचो ।
-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu
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