Saturday, 8 September 2012

770_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

मंत्र ऐसा साधन है कि हमारे भीतर सोयी हुई चेतना को वह जगा देता है,सदगुरु से प्राप्त मंत्र का ठीक प्रकार से, विधि एवं अर्थ से, प्रेमपूर्ण हृदय से जप किया जाय तो क्या नहीं हो सकता?
-Pujya asharam ji bapu

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