Monday, 29 February 2016

1379_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

अपने स्वरूप में लीन होने मात्र से आप संसार के सम्राट बन जायेंगे ।
यह सम्राटपद केवल इस संसार का ही नहीं, समस्त लोक-परलोक का
 सम्राटपद होगा ।


-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

Sunday, 28 February 2016

1378_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

अलख पुरुष की आरसी, साधु का ही देह ।
लखा जो चाहे अलख को। इन्हीं में तू लख लेह ।।


किसी भी देश की सच्ची संपत्ति संतजन ही होते है । ये जिस समय आविर्भूत होते हैं, उस समय के जन-समुदाय के लिए उनका जीवन ही सच्चा पथ-प्रदर्शक होता है ।

Saturday, 27 February 2016

1377_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU




मुश्किलें दिल के इरादे आजमाती हैं।   स्वप्न के परदे निगाहों से हटाती हैं ।।

हौसला मत हार गिरकर ओ मुसाफिर । ठोकरें इन्सान को चलना सिखाती हैं ।।

Thursday, 25 February 2016

1375_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

हे विद्यार्थि ! भगवान के दिव्य अवतार और विश्व-कल्याण में रत महापुरुष जिस भूमि पर अवतरित हुए,तू उसी भारत भूमि का सपूत है । अपने दिल में कभी भी कमजोरी को ,दीनता-हीनता के विचार को,पलायनवादिता को स्थान मत देना ।

-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

Wednesday, 24 February 2016

1374_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU




श्रुति संत सब ही कर रहे, ब्रह्मादि गुरु सिखला रहे । श्रीकृष्ण भी बतला रहे, शुक आदि मुनि दिखला रहे ।।

सुख सिन्धु अपने पास है, सुख सिन्धु जल की मीन हो । भोला ! लगा डुबकी सदा, मत हो दुःखी मत दीन हो ॥

Tuesday, 23 February 2016

Monday, 22 February 2016

1372_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

जो ब्रह्म सबमें देखते हैं, ध्यान धरते ब्रह्म का।
भव जाल से हैं छूटते, साक्षात करे हैं ब्रह्म का।।
नर मूढ़ पाता क्लेश है, अपना-पराया मानकर।
ममचा-अहंता त्याग दे, सर्वात्म-अनुसंधान कर।।

Sunday, 21 February 2016

1371_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU


 तुलसी भरोसे राम के, निश्चिंत होई सोय।
अनहोनी होनी नहीं, होनी होय सो होय।।


चिंतित व्यक्ति को अच्छी तरह इसका मनन करना चाहिए।


-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

Saturday, 20 February 2016

1370_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU


 तेजस्वी बनो 

हे मेरे विद्यार्थियो ...  हजार-हजार विघ्न-बाधाएँ आ जायें
फिर भी जो संयम का, सदाचार का, सेवा का, ध्यान का,
भगवान की भक्ति का रास्ता नहीं छोड़ता वह जीते जी
मुक्तात्मा, महान आत्मा, परमात्मा के ज्ञान से सम्पन्न
सिद्धात्मा जरूर हो जाता है और अपने कुल-खानदान का भी
कल्याण कर लेता है। तुम ऐसे कुलदीपक बनना।
ૐ....ૐ... बल.... हिम्मत... 


-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu 

Friday, 19 February 2016

1369_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

साम्य दृष्टि आना चाहिए,यही सारी सृष्टि मंगलमय मालूम होनी चाहिए । जैसे मुझे खुद अपने पर विश्वास है वैसा ही सारी सृष्टि पर मेरा विश्वास होना चाहिए ।यहाँ डरने की बात ही क्या है ? सब कुछ सुद्ध और पवित्र है । यह विश्व मंगलमय है क्योंकि परमेश्वर उसकी देख-भाल करता है।
-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

Thursday, 18 February 2016

1368_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

सेवा संजीवनी

"ऋषि प्रसाद एवं ऋषि दर्शन की सेवा गुरुसेवा, समाजसेवा, राष्ट्रसेवा, संस्कृति सेवा, विश्वसेवा, अपनी और अपने कुल की भी सेवा है।"

-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

Tuesday, 16 February 2016

1366_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

आत्मा से बाहर मत भटको । अपने ही केन्द्र में स्थिर रहो अन्यथा तुम गिर पड़ोगे । अपने आप में पूर्ण विश्वास रखो ।कोई चीज तुम्हें टस से मस नहीं कर सकती ।

-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

Monday, 15 February 2016

1365_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

याद रक्खों निश्चय ,श्रद्दा ,विश्वास और आत्मस्वरूप की स्मृति ही तुम्हारी आत्मा की अनन्त शक्ति को प्रगट करने वाले चार महा द्वार हैं । इनकी शरण ग्रहण करो इनका आश्रय लो ।
-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

1364_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

करोड़ों दुःख रूपी कीटाणु तुम्हारे आस-पास क्यों न घूमते रहें ,पर कुछ चिंता न करो । जब तक तुम्हारा मन कमजोर नही होता । तब तक उनकी हिम्मत नही कि वे तुम पर हमला करे । यह एक बड़ा सत्य है कि बल ही जीवन है और दुर्बलता ही मरण ।

-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu
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