गुरू का ध्यान
जो मनुष्य गुरू के चरणकमलों का ध्यान नहीं करते वे आत्मा का घात करने वाले हैं। वे सचमुच जिन्दे शव के समान कंगले मवाली हैं। वे अति दरिद्र लोग हैं। ऐसे निगुरे लोग बाहर से धनवान दिखते हुए भी आध्यात्मिक जगत में अत्यंत दरिद्र हैं।
Meditation on Guru
Those who do not concentrate on the Lotus-Feet of Guru are slayers of Atman. They are in fact living corpses and miserable wretches. They are very poor people.
- Sri Swami Sivananda
Guru Bhakti Yog, Sant Shri Asharamji Ashram
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