Sunday 1 May 2016

1434_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

हे रामजी संत में एक भी सदगुण दिखे तो लाभ ले लें। उनमें दोष देखना और सुनना अपने को मुक्तिफल से वंचित करके अशांति की आग में झोंकने के बराबर है।

- श्री वशिष्ठजी महाराज(श्री योग वसिष्ठ महारामायण )

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...