1411_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU
वीर तुम बढ़े चलो ! न हाथ एक शस्त्र हो, न साथ एक अस्त्र हो। न अन्न नीर वस्त्र हो, हटो नहीं डटो वहीं।। बढ़े चलो....
रहे समझ हिम शिखर, तुम्हारा पग उठे निखर। भले ही जाय तन बिखर, रूको नहीं झुको नहीं।। बढ़े चलो......
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