1134_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU
अपने हृदय-मंदिर में बैठे हुए अन्तरात्मारूपी
परमात्मा को प्यार करते जाओ। इसी समय परमात्मा तुम्हारे प्रेमप्रसाद को ग्रहण करते
जायेंगे और तुम्हारा रोम-रोम पवित्र होता जायगा। कल की चिन्ता छोड़ दो।
-Pujya Asharam Ji Bapu
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