1051_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU
आत्मा में
अथाह
सामर्थ्य है। अपने
को दीन-हीन
मान बैठे तो
विश्व में ऐसी
कोई सत्ता
नहीं जो
तुम्हें ऊपर
उठा सके। अपने
आत्मस्वरूप
में
प्रतिष्ठित
हो गये तो
त्रिलोकी में ऐसी
कोई हस्ती
नहीं जो
तुम्हें दबा
सके।
-Pujya Asharam Ji Bapu
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