1005_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU
मनुष्य
जब दुःख का
सदुपयोग करना
सीख लेता है तो
दुःख का कोई
मूल्य नहीं
रहता। जब सुख
का सदुपयोग
करने लगता है
तब सुख का कोई
मूल्य नहीं रहता।
सदुपयोग करने
से सुख-दुःख
का प्रभाव
क्षीण होने
लगता है और
सदुपयोग करने
वाला उनसे बड़ा
हो जाता है।
-Pujya Asharam Ji Bapu
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.