किसी भी
अनुकूलता की
आस मत करो।
संसारी तुच्छ विषयों
की माँग मत
करो। विषयों
की माँग कोई
भी हो, तुम्हें
दीन बना देगी।
विषयों की दीनतावालों
को भगवान नहीं
मिलते। नाऽयमात्मा बलहीनेन
लभ्यः।
इसलिए भगवान
की पूजा करनी
हो तो भगवान
बनकर करो। देवो भूत्वा
देवं यजेत्।
-Pujya Asharam Ji Bapu
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.