Wednesday, 7 May 2014

1202_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU



सुख-दुःख की परिस्थितियों पर तुम्हारा कोई वश हो या न हो परन्तु सुखी-दुःखी होना तुम्हारे हाथ की बात है। तुम आनन्दस्वरूप हो। तुम्हें कौन दुःखी कर सकता है ?
 -Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

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