1206_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU
जब आप जान लेंगे कि दूसरों का हित अपना ही हित करने के बराबर है और दूसरों का अहित करना अपना ही अहित करने के बराबर है, तब आपको धर्म के स्वरूप का साक्षत्कार हो जायेगा | -Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu
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