जिसने बाँटा उसने पाया। जिसने सँभाला उसने गँवाया।
-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu
------------------------------------------------------------------
नदी में पानी मीठा रहता है क्योंकि वो देती रहती है, सागर का पानी खारा रहता है क्योंकि वो लेता रहता है, नाले का पानी दुर्गन्ध पैदा करता है क्योंकि वो रुका रहता है..! अपना जीवन भी वैसा ही है, देते रहेंगे तो मीठे लगेंगे लेते रहेंगे तो खारे लगेंगे रुके रहेंगे तो बेचारे लगेंगे..!
-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu
------------------------------------------------------------------
नदी में पानी मीठा रहता है क्योंकि वो देती रहती है, सागर का पानी खारा रहता है क्योंकि वो लेता रहता है, नाले का पानी दुर्गन्ध पैदा करता है क्योंकि वो रुका रहता है..! अपना जीवन भी वैसा ही है, देते रहेंगे तो मीठे लगेंगे लेते रहेंगे तो खारे लगेंगे रुके रहेंगे तो बेचारे लगेंगे..!
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.