1382_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU
अद्वैत होली
होली हुई तभ जानिये, संसार जलती आग हो।
सारे विषय फीके लगें, नहीं लेश उनमें राग हो।।
हो शांति कैसे प्राप्त निश दिन, एक यह ही ध्यान हो।
संसार दुःख कैसे मिटे, किस भाँति से कल्याण हो।।
होली हुई तब जानिये, पिचकारी सदगुरु की लगे।
सब रंग कच्चे जांय उड़, यक रंग पक्के में रंगे।।
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