1378_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU
अलख पुरुष की आरसी, साधु का ही देह ।
लखा जो चाहे अलख को। इन्हीं में तू लख लेह ।।किसी भी देश की सच्ची संपत्ति संतजन ही होते है । ये जिस समय आविर्भूत होते हैं, उस समय के जन-समुदाय के लिए उनका जीवन ही सच्चा पथ-प्रदर्शक होता है ।
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