आप कर्म
करने में सावधान
रहो। ऐसे कर्म
न करो जो आपको बाँधकर
नरकों में ले जायें।
किंतु अभी जो पूर्वकर्मों
का फल मिल रहा है, उसमें
आप प्रसन्न रहो।
जो बीत
गयी सो बीत गयी, तकदीर
का शिकवा कौन करे?
जो तीर
कमान से निकल गया, उस
तीर का पीछा कौन
करे?
- Pujya Asharam Ji Bapu
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