Sunday, 29 July 2012

708_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

तू मुझे अपना उर आँगन दे दे, मैं अमृत की वर्षा कर दूँ ।

            तुम गुरु को अपना उर-आँगन दे दो। अपनी मान्यताओं और अहं को हृदय से निकालकर गुरु से चरणों में अर्पण कर दो। गुरु उसी हृदय में सत्य-स्वरूप प्रभु का रस छलका देंगे। 
- Pujya Asharam Ji Bapu

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