708_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU
तू मुझे
अपना उर आँगन
दे दे, मैं अमृत की
वर्षा कर दूँ ।
तुम
गुरु को अपना
उर-आँगन
दे दो। अपनी
मान्यताओं और अहं को
हृदय से
निकालकर गुरु
से चरणों में
अर्पण कर दो।
गुरु उसी हृदय
में
सत्य-स्वरूप प्रभु
का रस छलका
देंगे। - Pujya Asharam Ji Bapu
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