Wednesday, 20 June 2012

614_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

जब हम ईश्वर से विमुख होते हैं तब हमें कोई मार्ग नहीं दिखता और घोर दुःख सहना पड़ता है | जब हम ईश्वर में तन्मय होते हैं तब योग्य उपाय, योग्य प्रवृति, योग्य प्रवाह अपने-आप हमारे हृदय में उठने लगता है |
 Pujya Asharam Ji Bapu

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