614_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU
जब हम ईश्वर से
विमुख होते हैं
तब हमें कोई मार्ग
नहीं दिखता और
घोर दुःख सहना
पड़ता है | जब हम
ईश्वर में तन्मय
होते हैं तब योग्य
उपाय, योग्य प्रवृति,
योग्य प्रवाह
अपने-आप हमारे
हृदय में उठने
लगता है |
Pujya Asharam Ji Bapu
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