596_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU
परमात्मा
तब मिलता है
जब परमात्मा
की प्रीति और
परमात्म-प्राप्त,
भगवत्प्राप्त
महापुरुषों
का सत्संग,
सान्निध्य
मिलता है। उससे
शाश्वत
परमात्मा की
प्राप्ति
होती है और बाकी
सब प्रतीति
है। चाहे
कितनी भी
प्रतीति हो जाये
आखिर कुछ
नहीं। ऊँचे
ऊँचे पदों पर
पहुँच गये,
विश्व का
राज्य मिल गया
लेकिन आँख
बन्द हुई तो
सब समाप्त।
Pujya Asharam Ji Bapu
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