लड़का
सोचे किः 'पत्नी
मिल जाय तो
अकेलापन
मिटे।'
लड़की सोचे
किः 'पति
मिल जाय तो
अकेलापन
मिटे।'
नहीं.... जो लोग
समझ से रहित
हैं, विवेक
विचार से रहित
हैं उन
नादानों को
जीवन में
अकेलापन खटकता
है। वरना,
जिनके पास समझ
है वे
सौभाग्यशाली साधक
अपने को एकदम
खाली, एकदम
अकेला, रूखा
महसूस नहीं
करते। वे अपने
साथ परम चेतना
का अस्तित्व
महसूस करते
हैं, ईश्वर के
सान्निध्य की
भावना करके
तृप्ति-सुख
भोगते हैं।
Pujya Asharam Ji Bapu
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.