1461_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU
भगवन कहते हैं: जैसे कोई व्यक्ति आँखों में शूल नहीं भोंकना चाहता ऐसे ही समझदार व्यक्ति अपने आप को विषयों के शूल नहीं भोंकना चाहता। जैसे कोई भी समझदार मनुष्य अपने भोजन में विष नहीं डालना चाहता, ऐसे ही हे उद्धव !जिज्ञासु व्यक्ति अपने जीवन में विषयों का विष नहीं डालना चाहता।
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