यह सदा ध्यान रहे की हर समय सदा शांत,स्थिर और आत्मनिष्ठ रहना तुम्हारा सर्व प्रथम कर्तव्य है । ऊपर से जो बातें तुम्हें बाधा और विलम्ब डालने वाली प्रतीत होती है वे वास्तव में तुम्हारी आंतरिक शक्ति और पवित्रता को बढ़ाने वाली है ।
-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu
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