Sunday, 9 September 2012

774_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

धिक्कार है उस अर्थ को, धिक्कार है उस कर्म को।
धिक्कार है उस काम को, धिक्कार है उस धर्म को।।
जिससे न होवे शांति, उस व्यापार में क्यों सक्त हो।
पुरूषार्थ अंतिम सिद्ध कर, मत भोग में आसक्त हो।।

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