ऐ
दुनियाँदारों
! ऐ बोतल
की शराब के
प्यारों ! बोतल
की शराब
तुम्हें
मुबारक है।
हमने तो अब फकीरों
की प्यालियाँ
पी ली हैं.....
हमने अब रामनाम
की शराब पी ली
है।
दूर हटो
दुनियाँ की
झंझटों ! दूर
हटो
रिश्तेनातों
की जालों ! हमने
राम से रिश्ता
अपना बना लिया
है।
-Pujya asharam ji bapu
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