धैर्य
धरो आगे बढ़ो,
पूरन हों सब
काम।
उसी
दिन ही फलते
नहीं, जिस दिन
बोते आम।।
साँच
बराबर तप
नहीं, झूठ
बराबर पाप।
जाके
हृदय साँच है,
ताके हृदय
आप।।
यह तन
विष की बेलरी,
गुरु अमृत की
खान।
सिर
दीजे सदगुरु
मिले, तो भी
सस्ता जान।।
तुलसी
मीठे वचन ते,
सुख उपजत चहुँ
ओर।
वशीकरण
यह मंत्र है,
तज दे वचन
कठोर।।
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