1507_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU
परमपद
इस लोक के सुख-सुविधा, भोग , स्वर्ग का सुख, ब्रह्मलोक का सुख सब नश्वर है ऐसा तीव्र विवेक जिसे होता है उसके चित्त में सांसारिक सुखों के भोग की वासना नहीं होती अपितु परमपद को पाकर मुक्त हो जाएँ, ऐसी तीव्र लालसा होती है।
-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu
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