Wednesday, 30 March 2016

1404_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

आकल्पजन्मकोटीनां यज्ञव्रततपः क्रियाः।
ताः सर्वाः सफला देवि गुरूसंतोषमात्रतः।।


'हे देवी ! कल्पपर्यन्त के, करोड़ों जन्मों के यज्ञ, व्रत, तप और शास्त्रोक्त क्रियाएँ... ये सब गुरूदेव के संतोष मात्र से सफल हो जाते हैं।'
(भगवान शंकर)

1403_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

लगाया जो भक्ति का रंग
उसे छूटने न देना
साईं तुम्हारी याद का दामन
कभी छूटने न देना
हर साँस में तुम और
तुम्हारा नाम रहे
प्रीत की यह डोरी
कभी टूटने न देना...

Tuesday, 29 March 2016

1402_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

धीरो न द्वेष्टि ससारं आत्मानं न दिदृक्षति।
हर्षाभर्षविनिर्मुक्तो न मृतो न च जीवति।।


"हर्ष और द्वेष से रहित ज्ञानी संसार के प्रति न द्वेष करता है और न आत्मा को देखने की इच्छा करता है। वह न मरा हुआ है और न जीता है।"
(अष्टावक्र गीताः 83)

Sunday, 27 March 2016

1400_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

बीता हुआ समय लौटकर नहीं आता ।
जीवन का एक एक क्षण आत्मोपलब्धि,
भगवत्प्राप्ति, मुक्ति के साधनों में लगाओ ।


  -Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

Saturday, 26 March 2016

1398_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

नश्वर दुनियाँ की क्या इच्छा करना ? अपने राम में मस्त रहो।

  -Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

Friday, 25 March 2016

1397_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

आत्मशक्ति क्षीण करने वाली
दो मुख्य चीजें हैं-
सुख की लालसा
और
दुःख का भय ।


  -Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

Wednesday, 23 March 2016

1396_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

हम वासी उस देश के जहाँ पार ब्रह्म का खेल ।
दीया जले अगम का बिन बाती बिन तेल ।।

1395_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU


यतो धर्मस्ततो जय:
जहाँ धर्म है वहाँ विजय निश्चित है।

Wednesday, 16 March 2016

Sunday, 13 March 2016

1394_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

यह भी बीत जायेगा
सुख में फूलो मत । दुःख में निराश न बनो । सुख और दुःख दोनों ही बीत जायेंगे ।

  -Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

1393_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

जिसने बाँटा उसने पाया। जिसने सँभाला उसने गँवाया।


-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu
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नदी में पानी मीठा रहता है क्योंकि वो देती रहती है, सागर का पानी खारा रहता है क्योंकि वो लेता रहता है, नाले का पानी दुर्गन्ध पैदा करता है क्योंकि वो रुका रहता है..! अपना जीवन भी वैसा ही है, देते रहेंगे तो मीठे लगेंगे लेते रहेंगे तो खारे लगेंगे रुके रहेंगे तो बेचारे लगेंगे..!


Saturday, 12 March 2016

1392_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU


रविदास रात न सोइये दिवस न लीजिए स्वाद।
निशदिन हरि को सुमरीए छोड़ सकल प्रतिवाद।।

Thursday, 10 March 2016

1390_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

गुरूः एक महान पथप्रदर्शक

 जो आत्मज्ञान का मार्ग दिखाते हैं वे पृथ्वी पर के सच्चे देव हैं। गुरू के सिवाय यह मार्ग कौन दिखा सकता है ?   गुरू को शिष्य की सेवा या सहाय की आवश्यकता नहीं है किन्तु सेवा के द्वारा विकास करने के लिए वे शिष्य को एक मौका देते हैं।

 - Sri Swami Sivananda
Guru  Bhakti Yog, Sant Shri Asharamji Ashram

1389_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

जो मोक्ष है तू चाहता, विष सम विषय तज तात रे । आर्जव क्षमा संतोष शम दम, पी सुधा दिन रात रे ।।

संसार जलती आग है, इस आग से झट भाग कर ।  आ शांत शीतल देश में, हो जा अजर ! हो जा अमर ।।

Wednesday, 9 March 2016

1391_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

निर्द्वन्द्व रह निःशंक रह, निर्भय सदा निष्काम रे।
चिंता कभी मत कीजिये, जो होय होने दीजिये।।

Tuesday, 8 March 2016

1388_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

हरेक पदार्थ पर से अपने मोह को हटा लो और एक सत्य पर, एक तथ्य पर, अपने ईश्वर पर समग्र ध्यान को केन्द्रित करो | तुरन्त आपको आत्म-साक्षात्कार होगा |

 -Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

Monday, 7 March 2016

1387_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU




अगर आपको सचमुच ईश्वर की आवश्यकता हो तो सांसारिक सुखभोगों से दूर रहो और गुरूभक्तियोग का आश्रय लो।

श्री स्वामी शिवानन्द सरस्वती
(Guru Bhakti Yoga book)

Sunday, 6 March 2016

1386_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

परमात्मा के स्वभाव में स्नेह और उदारता है।
अपना स्वभाव भी वैसा बनाते जाएँगे तो
परमात्मा में मिलतेे जाएँगे।
यही जीवन की इतिकर्त्तव्यता है। 


-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

Saturday, 5 March 2016

1383_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU


 OMKAR MAHIMA


कोई मनुष्य दिशाशून्य हो गया हो, लाचारी की हालत में फेंका गया हो, कुटुंबियों ने मुख मोड़ लिया हो, किस्मत रूठ गयी हो, साथियों ने सताना शुरू कर दिया हो, पड़ोसियों ने पुचकार के बदले दुत्कारना शुरू कर दिया हो... चारों तरफ से व्यक्ति दिशाशून्य, सहयोगशून्य, धनशून्य, सत्ताशून्य हो गया हो फिर भी हताश न हो वरन् सुबह-शाम 3 घंटे ओंकार सहित भगवन्नाम का जप करे तो वर्ष के अंदर वह व्यक्ति भगवत्शक्ति से सबके द्वारा सम्मानित, सब दिशाओं में सफल और सब गुणों से सम्पन्न होने लगेगा।

-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

Friday, 4 March 2016

1385_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

शिवरात्रि की रात बीज मंत्र जप प्रयोग

अगर वायु-संबंधी बीमारी हैं तो शिवरात्रि की रात "  बं " बीज मंत्र का सवा लाख जप करे । यह प्रयोग रोगी के 
अस्सी प्रकार की वायु-संबंधी बीमारियों को दूर करता है  । 


 -Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

Thursday, 3 March 2016

1384_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

महा शिवरात्रि को विशेष लाभ लें

महा मृत्युंजय मंत्र विनियोग सहित

विनियोग -

ॐ अस्य श्री महा मृत्युंजय मन्त्रस्य वशिष्ठ ऋषिः अनुष्टुप छन्दः श्री महा मृत्युंजय रूद्र देवता, हौं बिजम् जूँ शक्तिः सः कीलकं ...( संकल्प जिस लिए करते हो..जैसे ष् श्री आसारामजी सद्गुरु देवस्य आयुः, आरोग्य , यशः , किर्ती, पुष्टिः,वृद्धि अर्थे ).....जपे विनियोगः ।

मंत्र -

ॐ हौं जूँ सः । ॐ भूर्भुवः स्वः । ॐ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिं पुष्टिवर्धनम् उर्व्वारुकमिव बन्धानान्मृत्यो मृक्षीय मामृतात् । ॐ स्वः भुवः भूः ॐ । सः जूँ हौं ॐ ।

यह मंत्र रोग-निवारण , दीर्घायु, धन-संपत्ति, एवं शांति के लिए लाभदायी है । अकालमृत्यु, आकस्मिक दुर्घटनाओं , भयंकर व्याधियों से रक्षा तथा मोक्ष का साधन है ।

1382_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU


अद्वैत होली

होली हुई तभ जानिये, संसार जलती आग हो।
सारे विषय फीके लगें, नहीं लेश उनमें राग हो।।
हो शांति कैसे प्राप्त निश दिन, एक यह ही ध्यान हो।
संसार दुःख कैसे मिटे, किस भाँति से कल्याण हो।।
होली हुई तब जानिये, पिचकारी सदगुरु की लगे।
सब रंग कच्चे जांय उड़, यक रंग पक्के में रंगे।।

Wednesday, 2 March 2016

1381_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

 गौ महिमा

गोम्यो यज्ञाः प्रवर्त्तन्ते गोभ्यो देवाः समुत्थिताः।
गोभ्यो वेदाः समुद्गीर्णाः सषडंगपदक्रमाः॥


‘गौओं के द्वारा यज्ञ चलते हैं, गौओं से ही देवता हुए हैं। छओं अंगों सहित वेदों की उत्पत्ति गौओं से ही हुई है।’

आश्रम गौशालाओं द्वारा 5000 से अधिक गायों के रक्षण संवर्धन में रत पूज्य बापूजी कहते है 'गाय हमें पालती है, हम गाय को नहीं पालते

Tuesday, 1 March 2016

1380_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

जो भगवन्नाम की ध्वनि को सुनकर प्रेम में तन्मय होकर नृत्य करते हैं, उनकी चरणरज से पृथ्वी शीघ्र ही पवित्र हो जाती है।

- बृहन्नारदीय पुराण