Tuesday, 1 March 2016

1380_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

जो भगवन्नाम की ध्वनि को सुनकर प्रेम में तन्मय होकर नृत्य करते हैं, उनकी चरणरज से पृथ्वी शीघ्र ही पवित्र हो जाती है।

- बृहन्नारदीय पुराण

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