1186_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU
सुख में विवेक सोता है और दुःख में विवेक जागता है।जीवन के विकास के लिए दुःख नितान्त जरूरी है। जीवन के उत्थान के लिए दुःख अति आवश्यक है।मनुष्य जब दुःख का सदुपयोग करना सीख लेता है तो दुःख का कोई मूल्य नहीं रहता।
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