Saturday, 12 January 2013

1011_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

समस्त योगी पुरूषों के भवबंधन का नाश, मन की वासनाओं का नाश करने से ही हुई है। इस प्रकार दुःख की निवृत्ति तथा ज्ञान और अक्षय शांति की प्राप्ति भी मन को वश करने में ही है।
-Pujya Asharam Ji Bapu

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.